प्रधानमंत्री पोषण योजना में 3.15 करोड़ का घोटाला, उपनल कर्मी पर मुकदमा दर्ज
देहरादून,
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रधानमंत्री पोषण योजना (PM Poshan Yojana) के तहत करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग की शिकायत पर रायपुर थाना पुलिस ने 3.15 करोड़ रुपये के गबन के मामले में उपनल कर्मचारी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह घोटाला देहरादून स्थित पीएम पोषण शक्ति निर्माण योजना प्रकोष्ठ में हुआ। जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल भारती की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर आरोपी नवीन सिंह रावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
10 साल से था तैनात, नेट बैंकिंग से उड़ाए करोड़ों
पुलिस के मुताबिक, आरोपी नवीन सिंह रावत उपनल के माध्यम से पिछले 10 वर्षों से योजना प्रकोष्ठ में MIS समन्वयक के रूप में तैनात था। योजना के तहत प्राप्त धनराशि का संचालन केनरा बैंक की राजपुर रोड शाखा में स्थित एक खाते के जरिए होता था, जिसे नेट बैंकिंग से संचालित किया जाता था।
नवीन सिंह को इस खाते में “मेकर” की भूमिका दी गई थी, यानी वह ऑनलाइन लेनदेन का प्रारूप बना सकता था। जांच में सामने आया है कि उसने इस अधिकार का दुरुपयोग करते हुए वर्ष 2023 से अब तक विभिन्न चरणों में कुल 3.15 करोड़ रुपये अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर गबन कर लिया।
विभाग में मचा हड़कंप, पुलिस ने मांगे दस्तावेज
जैसे ही इस वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा हुआ, शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस को तहरीर सौंपी और आंतरिक जांच के दस्तावेज भी जुटाने शुरू किए। पुलिस ने विभाग से पूरी जांच रिपोर्ट और संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। मामले में सिर्फ उपनल कर्मी ही ऐसा कर सकता किसी अन्य की कोई और भूमिका नहीं है यह संदेह पैदा करता है
यह घोटाला न सिर्फ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि उन बच्चों के हक पर भी चोट है, जिनके पोषण के लिए यह योजना चलाई जा रही है।