देहरादून हरिद्वार के शिवालिक नगर में भेल से रिटायर्ड अफसर प्रल्हाद अग्रवाल व पत्नी गायत्री अग्रवाल की हत्या का खुलासा हो गया है। मुख्य आरोपी को हरिद्वार पुलिस टीम ने मंगलवार तड़के मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। आटोपी के गोली भी लगी है। इसके अन्य साथी को पुलिस कल ही दबोच चुकी है। इस घटना से जहाँ जनता में आक्रोश था वही पुलिस के इकबाल पर भी सवाल थे। लेकिन हरिद्वार पुलिस की रणनीति व आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार के टिप्स काम आए
आपको बताते चले कि पहाड़ दौरे पर गए आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार दौरे से सीधे हरिद्वार पहुंचे थे ।जनता से मुलाकात के वाद अधिकारियों को खुलासे के निर्देश दिए थे। आरोपी साथी सतेंद्र उर्फ धर्मेंद्र पुत्र दीमक सिंह निवासी खतौली मुज्जफरनगर उत्तर प्रदेश को सुमन नगर के पास पुलिस ने रुकने के लिए कहा लेकिन वो नही रुका और पुलिस पर फायरिंग की। इसके बाद उसे मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के पैर में गोली लगी है।
इससे पहले विपिन उर्फ भीम निवासी खतौली मुज्जफटनगर को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों ने लूट के लिए हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस के अनुसार मुख्य आटोपी शिवालिक नगर में ही किराये पर रहता रहा है।दोनों ने लूट की योजना बनाई थी। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी शिवालिक नगर में ही किराये पर रहता रहा और दोनों भेल के अफसर को जानते थे। दोनों ने लूट की योजना बनाई थी और बुजर्ग दंपति की हत्या कर दी। पुलिस ने आटोपी के कब्जे से तमंचा और बाइक भी बरामद की है। वही पुलिस ने लूट का सामान भी बरामद किया है। पुलिस के अनुसार घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वही पूछताछ में दूसरे बदमाश ने कई अहम खुलासे किए है। गौरतलब है कि पुलिस के लिए ये हत्याकांड बड़ी मुसीबत बना था।जन प्रतिनिधियों में भी पुलिस के खिलाफ नाराजगी थी।