डमी सील का इस्तेमाल कर P.W.D. में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी के खेल से पुलिस ने उठाया पर्दा
सशक्त नेतृत्व में जनपद पुलिस शातिर अपराधियों के लिए लगातार साबित हो रही है बुरा सपना
पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर ने बैकडोर से सरकारी नौकरी लगाने के एवज में हड़पे थे ₹3,70,000/-
कथित नटवरलाल ने अपने पूर्व मकान मालिक को लगाया तीन लाख सत्तर हजार का चूना
लोक निर्माण विभाग चम्बा में अकाउंटेंट के पद के लिए जारी किया था फर्जी नियुक्ति पत्र
प्रभाव जमाने के लिए बनाया CM उत्तराखंड महोदय का फर्जी लेटर पैड
ठगी के लिए की थी पुख्ता तैयारी, मोहर भी फर्जी, लेटर भी फर्जी और ईमेल आईडी भी फर्जी
P.W.D. चम्बा व देहरादून की फर्जी मोहर व नियुक्ति पत्र तैयार कर सरकारी विभाग की फर्जी मेल 🆔 से भेजा था लैटर
श्री 420 जुर्स कंट्री में किराये के फ्लैट में जी रहा था आलिशान ज़िन्दगी, ठगी के पैसे खर्च कर हेलीकाप्टर में भी भर रहा था उड़ान
आरोपी ने प्लान B भी किया था तैयार, हाईकोर्ट की मोहर एडिट कर बैकड़ोर नियुक्ति पर स्टे का लैटर करने वाला था जारी
कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के उर्जावान नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस अपराध के हर स्तर, हर तरीके के खिलाफ अपने तीखे तेवर दिखा रही है। परफेक्ट लीडरशीप, टीम बॉन्डेशन और लगन की वजह से ही हरिद्वार पुलिस ने सामने आयी विभिन्न चुनौतियों से पार पाकर अपराधियों को सलाखों के फीछे भेजा है। इस कड़ी में एक और ताजातरीन मामला शामिल हुआ है जहां हरिद्वार पुलिस ने एक ऐसे शातिर इन्सान को दबोचने में कामयाबी हासिल की है जो मुख्यमंत्री के नाम के फर्जी लेटर पेड के साथ ही नकली स्टेम्प, नकली ईमेल आईडी का इस्तेमाल ठगी के लिए कर रहा था
पूर्व मकान मालिक बना था शिकार-
कृष्णानगर कनखल निवासी प्रतीक मदान ने दिनांक 23-02-25 क़ो थाना कनखल पर आकर शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए पुलिस को अवगत कराया था कि लॉकडाउन के दौरान उनके मकान पर किराये पर रह चुका हिमांशु कुमार नाम का युवक जो वर्तमान में जुर्स कंट्री में किराये के फ्लैट में रह रहा है के, ने जुलाई 2024 में पीड़ित (मकान मालिक) व उसके रिश्तेदारो की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लगभग 3,70.000/- रूपए हड़प लिए तथा नियुक्ति का भरोसा दिलाने के लिए लोक निर्माण विभाग चम्बा, लोक निर्माण विभाग देहरादून एवं मा0 मुख्यमंत्री उत्तराखंड के नोटपेड से वादी क़ो समय समय फर्जी नियुक्ति पत्र देता रहा।
शिकायतकर्ता ने ये भी बताया कि माह जानवरी में उसे ईमेल आईडी [email protected] से मा0 मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा जारी एक नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ जिसमें वादी क़ो दिनांक 24-02-25 क़ो P.W.D. चम्बा टिहरी में अकाउंटेंट के पद पर नियुक्ति का आदेश था। नियुक्ति में जाने से पहले पीड़ित ने लोक निर्माण विभाग चंबा टिहरी से जानकारी की गई तो प्राप्त नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया। इस पर पीड़ित ने जब हिमांशु कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया तो आरोपी अपना मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर घर से फरार हो गया।
पीड़ित की शिकायत पर थाना कनखल पर मु0अ0सं0 56/25 धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) BNS बनाम हिमांशु कुमार पंजीकृत किया गया।
एसएसपी हरिद्वार ने लिया संज्ञान-
मा0 मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के नाम व लेटर पैड के फर्जी प्रयोग सहित सरकारी विभाग PWD चम्बा की फर्जी ईमेल आईडी के माध्यम से कूटरचित नियुक्ति पत्र तैयार किए जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा टीमें गठित करते हुए जल्द से जल्द आरोपी को सलाखों के पीछे भेजने के निर्देश दिए गए।
तलाश में जुटी पुलिस टीम के गिरफ्त में आया आरोपी-
आरोपी की तलाश में अलग-अलग संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही पुलिस टीम ने दिनांक 24-02-25 क़ो आरोपी हिमांशु कुमार को गुरुकुल काँगड़ी के पास से मोबाइल व कुछ फर्जी दस्तावेज के साथ दबोचा। पुलिस टीम ने आरोपी की निशांदेही पर जुर्स कंट्री स्थित फ्लैट से उसका PC, एक लेपटॉप, फर्जी नियुक्ति पत्र, चम्बा लोक निर्माण विभाग व देहरादून लोक निर्माण विभाग की फर्जी मोहरे प्राप्त हुई है। आरोपी के बैंक खातों की भी जानकारी की जा रही है।
पूछताछ में ये तथ्य आए सामने-
पोस्ट ग्रेजुएट हिमांशु वर्ष 2017 में ही पीएचडी करने व नौकरी की तलाश में अपने गांव से हरिद्वार आ गया था। वर्ष 2017 से 2021 तक आरोपी मुकदमा वादी के कृष्णनागर स्थित घर पर किराये पर रहा। मकान मालिक व उसके परिजनों के अच्छे संबंध स्थापित होने पर आरोपी को पता चला कि प्रतीक मदान सरकारी नौकरी की तलाश में है।
इस बात का फायदा उठाकर हिमांशु ने जुलाई 2024 में प्रतीक क़ो अपनी व अपने दोस्त गौरव कुमार की उत्तराखंड शासन व मुख्यमंत्री कार्यालय में अच्छी जान पहचान का हवाला देते हुए प्रलोभन दिया कि वह सरकार द्वारा समय समय पर बैकडोर से की जाने वाली कुछ पदों पर शिकायतकर्ता, उसकी बहन, जीजा, चचेरे भाई, दोस्त आदि से सरकारी नौकरी लगा देगा। बैकडोर भर्ती एवज में आरोपी ने 370000/- रूपए एडवांस ले लिए।
आरोपी ने मोटी रकल तो ले ली थी लेकिन उत्तराखंड शासन में जान पहचान की बात झूठी होने के चलते जब शिकायतकर्ता और उसके रिश्तेदारों की काफ़ी समय तक कोई नौकरी नहीं लगी और वह अपना पैसा वापस मांगने लगे तो आरोपी हिमांशु कुमार ने अपना शातिर दिमाग चलाया और इंप्रेशन जमाने के साथ ही गुमराह करने के मंसूबे से समय समय पर माननीय मुख्यमंत्री के फर्जी लेटर पैड व PWD विभाग चम्बा कि फर्जी की फर्जी मेल आईडी तैयार कर प्रतीक मदान क़ो लेटर भेजता रहता था।
ये था बैकअप के लिए प्लान बी-
पुलिस टीम को आरोपी के मोबाइल से मा0 उच्च न्यायालय नैनीताल की एडिट की हुई मोहर भी प्राप्त हुई जिसके संबंध में पूछने पर आरोपी ने बताया की वह प्रतीक मदान व अन्य लोगो क़ो P.W.D. की फर्जी ईमेल आईडी से यह लैटर भेजनें वाला था कि हाईकोर्ट नैनीताल ने कुछ समय के लिए बैक डोर नियुक्ति पर रोक लगा दी है, जिसमें आरोपी मा0 उच्च न्यायालय की उक्त मोहर का प्रयोग करने वाला था।
पकड़ा गया आरोपित-
हिमांशु कुमार पुत्र सुंदर लाल निवासी ग्राम क्वाटोली कपकोट बागेश्वर वर्तमान निवासी जर्स कंट्री ज्वालापुर
बरामदगी-
(1) कम्प्यूटर (सी0पी0यू0 व मॉनिटर)- 01
(2) लेपटॉप- 01
(3) मोबाइल फोन- 01
(4) फर्जी मोहरे- 02
(5) विभिन्न फर्जी दस्तावेज
पुलिस टीम
1-उप निरीक्षक मनोज नौटियाल- थानाध्यक्ष कनखल
2-उ0नि0 अमित नौटियाल
3-हे0 का0 जितेंद्र
5-कां0 संजू सैनी
6-कां0 सतेंद्र