सुराज सेवा दल प्रमुख रमेश जोशी ने खोला बॉबी पंवार के खिलाफ मोर्चा

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सुराज सेवा दल के प्रमुख रमेश जोशी ने युवा नेता बॉबी पंवार पर हल्ला बोलते हुए उत्तराखण्ड डीजीपी अभिनव कुमार और देहरादून एसएसपी अजय कुमार का समर्थन किया है। उन्होंने बॉबी पंवार पर कई सवाल खड़े किए हैं और एक पत्र लिखकर जवाब भी मांगा है। वहीं उत्तराखण्ड पुलिस के डीजीपी को ईमानदार छवि वाला बेहतर अधिकारी बताया है।

बॉबी पवार हमारे छोटे भाई हैं अंतर्मन से सम्मान है लेकिन किसी के बारे में लिखने या बोलने से पहले जानकारी अच्छे से जुटा लें या सोच समझ कर लिखे आप उत्तराखंड के भविष्य हैं, कर्ण धार हैं आपकी एक अनजाने बोल से हजारों लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में डूब सकता है प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा सकती है प्रदेश में दंगे भड़क सकते हैं अपने शुरुआती लड़ाई बहुत शानदार लड़ी सारी युवाओं की धड़कन बने लेकिन राजनीति में आने की जल्दबाजी और युवाओं के मुद्दे से भटक कर आपने कई राजनीतिक मुद्दे उठाए बीजेपी सरकार को टारगेट करने की बजाय आप व्यक्ति विशेष पर बोलने लगे और कांग्रेस को खुश करने के लिए आपने एक रणनीति के तहत जो कार्य किया वह बेहद निंदनीय है जब आपको बागेश्वर से चुनाव नहीं लड़ना था तो आप बागेश्वर चुनाव के दौरान जाकर कानून व्यवस्था को क्यूं डगमगाना चाहते थे ।

उप जिलाधिकारी मनीष जी के खिलाफ बोलकर आपने मुद्दा क्यों छेड़ा ।मंडी समिति के खिलाफ बोलकर आप क्यों चुप हो गए ।महावीर सिंह के खिलाफ बोलकर मुद्दे को आगे क्यों नहीं बढ़ाया। बागपत से आकर जो लोग शिक्षण संस्थान चला रहे हैं आपने उनका विरोध क्यों नहीं किया? क्यों नहीं करते? क्यों आप समर्थन करते हैं उनका? आपकी विचारधारा क्या है?आप उत्तराखंड के युवाओं को कोचिंग सेंटर खुलवाकर क्यों नहीं आगे बढ़ाते ?जब आप चुनाव के लिए फंडिंग ले सकते हैं तो क्या बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार शिक्षण संस्थान नहीं खुल सकते? आपने देहरादून एसएसपी व डीजीपी अभिनव कुमार जी के लिए लिखा आपने कभी पूर्व डीजीपी का विरोध क्यों नहीं किया? जिनके नेतृत्व में उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं पर लाठी चार्ज हुआ अंकिता हत्याकांड जैसे अपराध पर न्याय नहीं दिला पाए और अभिनव कुमार जी के डीजीपी बनने से पहले ही कोर्ट में चार्ज सीट पेश कर दी आपने क्यों नहीं विरोध किया जब उत्तराखंड के सिपाहियों का हक मारा और 4600 ग्रेड पे पर पूर्व डीजीपी द्वारा सिपाहियों को निलंबित किया गया ।

आप ने क्यों नहीं विरोध किया जब उत्तराखंड का हक छीन और जनपद वार सिपाहियों के भरती को समाप्त किया गया नीट नकल परीक्षा पर आपने उत्तराखंड की तरफ से आंदोलन क्यों नहीं खड़ा किया? रवि बडोला पर अपराधियों की गिरफ्तारी हो गई लेकिन मुआवजा और सरकारी नौकरी के लिए लगातार सरकार से युद्ध क्यों नहीं जारी रखा एक तरफ विकास नगर में ठेली वाले के खिलाफ बोल रहे हैं वहीं दूसरी ओर शिक्षण संस्थान के हक में बोल रहे हैं अब मैं आपको बता देना चाहता हूं एसएसपी देहरादून में डीजीपी की कार्यशैली के विषय में ।अभिनव कुमार जी बेहद ईमानदार हैं जो वास्तव में डेड ऑनेस्ट हैं एसएसपी देहरादून की ईमानदारी की वजह से ही भर्ती घोटाले में 100 से अधिक लोग जेल चले गए और उनके जांच के बाद ठोस कार्यवाही नहीं हुई।रिलायंस डकैती कांड पर मुख्य आरोपी जिसे आज तक कभी बिहार की जेल से बाहर नहीं लाया जा सका वहीं उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी देहरादून द्वारा कई कई दिन तक बिहार में पड़े रहे उसके जमानती बांड बिहार में भरवा और रिहाई करवाकर देहरादून लेकर आए और पूरी डकैती का पर्दाफाश किया और एक व्यक्ति का एनकाउंटर भी किया ।

 डी जी पी श्री अभिनव कुमार जी 2004 से 2007 तक जब हरिद्वार में एस एस पी के पद पर थे उस समय माफिया राज गुंडाराज चरम पर था सुनील राठी,संजीव जीवा, सुशील मूंछ ,अंग्रेज सिंह, अजीत दाह,मनोज नेहरा ,अन्ना तारीख अंडरवर्ल्ड डॉन जैसे तमाम अपराधियों का खात्मा किया। उनकी अन्य स्टेट की पुलिस दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस ,पंजाब पुलिस, के साथ कोऑर्डिनेशन इतना अच्छा था कि इसी वजह से कई माफिया ढेर हुए इलाहाबाद बैंक में दिनदहाड़े डकैती हुई उसमें सारे बिहार से क्रिमिनल को अरेस्ट किया और एक मुख्य आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया ।

चार्ल्स शोभराज हिंदुस्तान का बहुत बड़ा चीटर हुआ करता था जो दिल्ली तिहाड़ जेल से भाग उसके बाद दूसरा व्यक्ति शेर सिंह राणा दिल्ली तिहाड़ से भाग जो फूलन देवी हत्याकांड में संलिप्त थे उनको हरिद्वार और दिल्ली की स्पेशल सेल ने कोलकाता से गिरफ्तार किया अजीत दाह जो सुशील मूंछ के बेहद करीबी माना जाता था उन पर 50 से अधिक मुकदमे दर्ज थे उसको बागपत में एनकाउंटर में ढेर किया मनोज नेहरा जो गाजियाबाद का था सुनील राठी का सबसे शार्प शूटर माना जाता था उसको ढेर किया। अन्ना तारीख अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का सबसे शार्प शूटर माना जाता था उसको दिल्ली स्पेशल सेल के साथ मिलकर हरिद्वार रुड़की में ढेर किया।अंग्रेज सिंह जो पुलिस की कस्टडी से पुलिस के हथियारों को छीनकर भागा था उसे अप्रैल 2007 में नागपुर में मार गिराया जो नागपुर का तीसरा एनकाउंटर था उससे पहले दो एनकाउंटर नागपुर में बहुत पहले हुए थे

जीवा गैंग के कई शूटर को एनकाउंटर में मार गिराया और उनके माफिया राज को खत्म किया नशे पर ए एन टी एफ के तहत लगभग 5 किलो हीरोइन बरामद करवा दी अभी तक सिंथेटिक ड्रग्स पहली बार उत्तराखंड से रिकवर हुई जो बच्चे पब में यूज करते थे ।गुप्ता बंधु जिसे विश्व की सबसे बड़ी शक्तियों में से एक माना जाता था किसी की हिम्मत नहीं थी उनको जेल भेजने की साहनी बिल्डर हत्याकांड का बदला लेने के लिए उसको तत्काल उठवाया और जेल की सलाखों में पहुंचा और डीजीपी साहिब व एस एस पी दून की ही अच्छी पुलिसिंग और ईमानदारी की वजह से आज आंदोलनकारी की हिम्मत है जो गुप्ता बांधों के मुंह पर स्याही फेंकी गई और उनके माफिया राज को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास रहते हैं उनका पब्लिक से कर्डिनेशन इतना अच्छा है कि और उसी का नतीजा था कि अपराधी खत्म हुए वरना उस समय तो बड़े-बड़े माफिया हुआ करते थे और आज भी जो उनकी कार्यशैली है उसे पर आप प्रश्न चिह्न नहीं लगा सकते महीला अपराध को रोकने के लिए पंथनगर एस एच ओ के खिलाफ़ एफ आई आर लिखी और लगातार जारी है