देहरादून आबकारी आयुक्त की कल से प्रस्तावित प्रवर्तन बैठक से ठीक पहले शराब ठेको में 31 मार्च तक के अवशेष स्टॉक की जानकारी मांग ली गई है। आबकारी महकमे में जिला आबकारी अधिकारियों से मांगी गई सूचना से जहाँ हडकंप मचा हुआ है। वहीं आबकारी मुख्यालय में भी चर्चायें ये भी है कि क्य़ा अस्सिटेंट कमिश्नर अपने समकक्ष अधिकारी से सूचना सीधे मांग सकते है। ये सूचना आयुक्त या अपर आबकारी आयुक्त स्तर से नही मांगी जानी चाहिये थे। बरहाल बीते दिनों प्रवर्तन की टीमों को सीएलटू यानि देशी शराब के कुछ वाहन अनलोड होते हुये मिले इसके आधार पर ये शिकायत मिली है लिहाजा शराब ठेकों के स्टॉक की जानकारी मांगी गई है।
आपको बताते चलें कि डीएम हरिदार की जांच में अकेले हरिदार जिले में 44 ठेके पूरी तरह से खाली मिले थे। 22 मार्च से जनता कर्फ्यू से बंद हुई शराब की दुकानें 3 मई को खुली थी।इसके अलावा अन्य जिलो में भी शराब ठेकों से शराब गायब होने की सूचना आम थी। कैबिनेट ने निर्णय लेते हुये 10 दिनों के लॉक डाउन का पैसा भी शराब ठेकों का वापस करने का निर्णय लिया और आदेश जारी हो गये। वहीं सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन गढवाल डी के त्रिपाठी के मुताबिक अवशेष स्टॉक की जानकारी होना आवश्यक है इसके आधार पर यदि कहीं कोई अवैध स्टॉक रखा गया है तो स्थिति पूरी तरह साफ हो जायेगी कुछ स्थानों से सूचनायें मिल रही है।जानकारों की मानें तो आबकारी मुख्यालय में ये सूचना पूरे प्रदेश से जिलाधिकारियों के हस्ताक्षर के साथ शराब ठेकों के 10 दिनों के स्टॉक की जानकारी आबकारी मुख्यालय में उपलब्ध है।