देहरादून मुख्य सचिव ओमप्रकाश के निर्देशों का राजधानी में बडा असर हुआ है। कोरोना जांच कर रही सभी निजी लैब के खिलाफ जांच करने के लिये टीम बना दी गई है। जिलाधिकारी दून डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने टीम बनाकर जांच के आदेश दिये है। पैथ काइंड प्राइवेट लैब की कोरोना वायरस के मरीजों की टेस्टिंग रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने सभी प्राइवेट लैब की जांच के लिए कमेटी बना दी है। सीडीओ की अध्यक्षता में बनी चार सदस्यीय कमेटी सात दिन में जांच कर अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।
डीएम आशीष कुमार श्रीवास्तव के निर्देशों पर चार सदस्यीय टीम में सीडीओ डॉ. निकिता खंडेलवाल के अलावा एडीएम प्रोटोकॉल गिरीश गुणवंत, डॉ. राजीव दीक्षित व डॉ. शलभ को शामिल किया गया है। जो जिले की सभी प्राइवेट लैब द्वारा अब तक की गई सैंपलिंग की जांच करेंगे। कोरोना के मद्देनजर लोगों की सहूलियत के लिए निजी लैब को सैंपलिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन उनमें लगातार गड़बड़ी करने की शिकायतें मिल रही हैं। जिसे देखते हुए उनकी मॉनीटरिंग की जरूरत है। शनिवार को ही पैथ काइंड प्राइवेट लैब के टेस्टिंग की रिपोर्ट में गड़बड़ी मिलने के बाद डीएम के आदेश पर सैंपलिंग पर रोक लगा दी थी
पैथकाइंड लैब के विरूद्ध ये है शिकायत
पैथकाइंड लैब द्वारा जांच कराने वाले लोगों का रिकॉर्ड नहीं रखा जा रहा था। कोरोना टेस्टिंग में गलत रिपोर्ट देने की भी बात सामने आई थी। इसके अलावा जिन लोगों का टेस्ट लिया गया था, उनके नाम, पता और मोबाइल नंबर भी गलत मिले थे। इतना ही नहीं पैथ काइंड लैब द्वारा टेस्टिंग में गड़बड़ी के चलते उसे उत्तर प्रदेश में भी ब्लैक लिस्ट किया गया है।