देहरादून उत्तराखंड में बेहद सीमित संसाधनों में मौसम विभाग को चमकाने वाले या यूं कहें नई पहचान दिलाने वाले तत्कालीन निदेशक मौसम विभाग डॉ आनंद शर्मा आज हर उत्तराखंडी और खास के जेहन में है हमेशा सटीक भविष्यवाणी। और लगन हर सूचना जनता तक सबसे सटीक व सबसे पहले पहुंचती थी केदारनाथ आपदा पर कई दिनों पहले सरकार को चेताने व एक-एक बात पर ध्यान आकर्षण करने वाले आनंद शर्मा को आज हर आम और खास याद कर रहा है ये आनंद शर्मा का ही कार्यकाल था कि लोग अपने घरों में होने वाली शादी ब्याह वह छोटी मोटी पार्टियों को लेकर भी मौसम की जानकारी डॉक्टर आनंद शर्मा से फोन पर ले लेते थे बेहद सहज सरल और शालीन डॉक्टर शर्मा किसी को भी इंकार नहीं करते थे और अवकाश के दिन भी मीडिया के लिए उपलब्ध रहते थे यह डॉक्टर शर्मा का ही प्रभाव और प्रताप है कि केदारनाथ त्रासदी के बाद उनके खिलाफ भले ही तमाम लागू हुई हो लेकिन उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर पाया। उत्तराखंड के अनेक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है और स्कूल बंद कराए गए हैं हालात ये हैं कि कई जिलों में पानी की बूंद भी नहीं पड़ रही है खैर अब लोग तो यह तक कहने लगे हैं कि मौजूदा मौसम विभाग से तो बेहतर कई वेबसाइट व गूगल जैसा वेदर ऐप बेहतर जानकारी दे देता है ये शर्मा का ही प्रभाव था की उनके कार्यकाल से लेकर आज तक शासन में मौसम विभाग के अधिकारी बुलाए जा रहे है।