10 माह में साईबर वित्तीय हेल्पलाईन-1930 के माध्यम से साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा तत्काल कार्यवाही कर रु0 1,72,87,902 (एक करोड बहत्तर लाख सत्तासी हजार नौ सौ दो रुपये )की धनराशि साईबर ठगों से बचायी गयी
वित्तीय साइबर मामलों में पीड़ित को त्वरित राहत दिलाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा दिनांक 17 जून 2021 में साईबर वित्तीय हेल्पलाइन 155260 जो वर्तमान 1930 के नाम से प्रचलित है का उत्तराखण्ड राज्य के थाना साइबर क्राईम में विधिवत संचालन प्रारम्भ किया गया । वर्तमान में ई-सुरक्षा चक्र साईबर वित्तीय हेल्पलाइन-1930 का संचालन एसटीएफ के अन्तर्गत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में किया जा रहा है । साइबर वित्तीय हेल्पलाइन के द्वारा लगातार 24 घण्टे सक्रिय रहकर साइबर ठगी के पीडित व्यक्तियों की करोड़ो रुपये की धनराशि वापस कराने में अहम भूमिका निभायी जा रही है । इसी क्रम में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर संचालित साइबर हैल्पलाइन द्वारा 17 जून 2021 से वर्तमान तक में प्राप्त कुल 5961 विभिन्न साइबर अपराध सम्बन्धी शिकायतो में तत्काल कार्यवाही कर पीडितो की कुल 17,287,902 (एक करोड बहत्तर लाख सत्तासी हजार नौ सौ दो रुपये )* की धनराशि साईबर ठगों से बचायी गयी है । तथा 165 प्रकरणों में अभियोग पंजीकृत कराया गया है ।
साईबर वित्तीय हेल्पलाइन 1930(पहले 155260) पर साईबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल सूचना अंकित कराये । सूचना विलम्ब से देने पर साईबर अपराधियो द्वारा धन निकालने के उपरान्त पैसा वापस होने की सम्भांवना बहुत कम होती है ।
प्रभारी एस0टी0एफ0 अजय सिंह उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है, कि वे ऑनलाइन सामान की खरीददारी करते हुये अधिकृत वैबसाइट से ही सामान खरीदे व किसी भी प्रकार के लोभ लुभावने अवसरो/ फर्जी साइट/ धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये । किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।