राज्य सरकार की सबसे बड़ी संस्था सचिवालय में तैनात समीक्षा अफसर को विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते हुए रेस्ट किया है सचिवालय में कामकाज पर रिश्वत लेने वर्तमान भ्रष्टाचार की तमाम चर्चाएं पहले से चलती रही है लेकिन आचार संहिता अवधि में हुई है गिरफ्तारी कई बड़े सवाल भी खड़े कर रही है सिंचाई विभाग में तैनात समीक्षा अधिकारी कमलेश थपलियाल को ₹75000 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि 2008 में विजिलेंस रिटायर्ड एक अभियंता से लंबित देवा भक्तों के एवज में ₹100000 रिश्वत मांगी जा रही थी जिस पर बातचीत करते हुए ₹75000 में सौदा तय हुआ और शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने देर शाम कमलेश थपलियाल को ₹75000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों रेस्ट कर लिया है इस गिरफ्तारी के बाद से सचिवालय व सचिवालय के तमाम भागों में भी हड़कंप मचा हुआ है मामले।में अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित की भूमिका सवालों में है जिन्होंने कमलेश को रिश्वत लेने भेजा था