21 साल की प्रियंका नेगी बनीं सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान

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21 साल की प्रियंका नेगी बनीं सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान

चमोली जनपद के कर्णप्रयाग गैरसैंण विकासखंड के मुख्यमंत्री आदर्श गांव सारकोट से एक प्रेरणादायक खबर सामने आई है। यहां महज 21 वर्ष 3 माह की प्रियंका नेगी ने ग्राम प्रधान का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। वे इस गांव की सबसे कम उम्र की निर्वाचित प्रधान बनी हैं।

प्रियंका की इस जीत ने न केवल युवाओं को लोकतंत्र की मुख्यधारा से जोड़ने का संदेश दिया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि अब गांव की बागडोर शिक्षित और जागरूक युवा पीढ़ी के हाथों में आ रही है।

ग्रामीणों का भरोसा, युवती का संकल्प

सारकोट गांव, जो कि मुख्यमंत्री आदर्श गांव योजना के अंतर्गत आता है, वहां की जनता ने पूरी उम्मीद और विश्वास के साथ प्रियंका को ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी है।

प्रियंका नेगी ने चुनाव जीतने के बाद कहा,

“मेरी प्राथमिकता गांव में युवाओं के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के नए अवसर खड़े करना है। मुझे गर्व है कि मुझे अपने गांव की सेवा करने का अवसर मिला है।”

शिक्षा और बदलाव की राह

प्रियंका वर्तमान में स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं और छात्र जीवन से ही सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं। उनके विजन और ऊर्जा को देखते हुए गांव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक ने उनका समर्थन किया।

प्रशासन और समाज में सराहना

प्रियंका की इस उपलब्धि को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और सामाजिक संगठनों ने भी बधाई दी है। यह घटना प्रदेश भर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है कि छोटी उम्र में भी बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है।


यह केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि युवा शक्ति का प्रमाण है। प्रियंका नेगी ने दिखा दिया कि नेतृत्व उम्र नहीं, संकल्प और सेवा की भावना से आता है।