आबकारी आयुक्त ने जताई नाराजगी अब जिम्मेदारी होगी तय
देहरादून मार्च माह से बंद चले आ रहे राज्य में 148 शराब ठेको मे से 13 शराब ठेकों पर ही आवेदन आये है। इन आये आवेदनों पर लॉटरी 10 जुलाई को होगी। अन्य शेष रह गये ठेकों पर जिलेवार प्रक्रिया चलती रहेगी। कैबिनेट से मंजूरी के बाद शासन से जारी आदेशो में ये साफ है कि प्रक्रिया रूकेगी नही ये चलती रहेगी।
राज्य में कोविड काल में राजस्व के लिहाज से अहम आबकारी महकमे में ठेका बंदी का प्रतिकूल असर पडा है। मार्च माह से चार माह बाद कैबिनेट ने बंद ठेकों को सिर्फ संचालित के समय होने वाले अधिभार पर चलाने का निर्णय़ तो लिया लेकिन उसका भी अच्छा परिणाम नही मिला है। 148 ठेको में से सिर्फ 13 ठेकों पर आवेदन आये है। इसमें 12 हरिदार व एक ठेका पौडी गढवाल जिले से है जिस पर आवेदन आया है। यानी 135 ठेकों पर अभी आवेदन नही आ सके इन ठेकों पर अब ये प्रक्रिया चलती रहेगी। विभागीय जानकार बताते है कि सावन माह को ठेका संचालक नुकसान का माह मानते है लिहाजा इसके बाद अन्य जिलो में बंद ठेकों के उठान में तेजी आयेगी। सूत्रों की मानें तो कल ही आबकारी आयुक्त सुशील कुमार ने भी जिला आबकारी अधिकारियों को फोन पर बातचीत करते हुये सख्त हिदायत दी और ठेके उठवाने व शत प्रतिशत राजस्व जमा कराने को कहा है। आने वाले समय जितना दावा आसानी से ठेका उठान का किया जा रहा है इतना हो पाने की संभावनायें हलांकि नजर नही आ रही है। ठेकेदार कहते है कि कम बिक्री व कोविड सेस से शराब महंगी हुई है ज्बकि दिल्ली राज्य ने सेस कम कर दिया है। टूरिस्ट सीजन श्रमिकों का वापस जाना नये निर्माण आदि न शुरु होने से से भी बिक्री प्रभावित हुई है।